ChatGPT को टक्कर देने Reliance Jio लेकर आया भारत का अपना AI BharatGPT

भारत ने हाल के वर्षों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में काफी प्रगति की है। भारत सरकार ने भी AI को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इस बीच भारत की दिग्गज टेलीकॉम कंपनी Reliance Jio ने भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाया है।

Reliance Jio ने ‘BharatGPT’ नामक एक नया AI चैटबॉट विकसित करने के लिए IIT Bombay के साथ सहयोग की घोषणा की है, जिसकी उम्मीद है कि यह ChatGPT को टक्कर देगा और भारतीय भाषाओं में उपयोग किए जाने की उम्मीद है। यह एक जनरेटिव प्री-ट्रेन्ड ट्रांसफॉर्मर मॉडल है जिसे हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे यह दोनों भाषाओं के लिए उपयुक्त हो जाएगा।

ChatGPT को टक्कर देने के लिए BharatGPT बनाया जा रहा है। BharatGPT की घोषणा से भारत में AI क्षेत्र में एक नई क्रांति आने की संभावना है। इससे भारत को AI में आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी और देश को दुनिया में AI से सूची लेने में मदद मिलेगी।

ChatGPT क्या है?

ChatGPT (Generative Pre-trained Transformer) एक artificial intelligence (AI) पर आधारित एक शक्तिशाली चैटबॉट है जिसे OpenAI द्वारा विकसित किया गया है। यह एक भाषा मॉडल है, जिसका अर्थ है कि यह बड़ी मात्रा में पाठ पर प्रशिक्षित होता है और फिर इसी तरह का पाठ खुद बना सकता है। 

ChatGPT, टेक्स्ट जनरेट करने, भाषा समझने और सवालों के जवाब देने में माहिर हैं। इसकी अपार क्षमताओं के कारण इसका उपयोग विभिन्न क्षेत्रों जैसे ग्राहक सेवा, शिक्षा, मनोरंजन, लेख लिखना, ईमेल उत्तर आदि में किया जाता है।

BharatGPT क्या है?

BharatGPT एक जनरेटिव प्री-ट्रेन्ड ट्रांसफॉर्मर मॉडल है, जिसे Reliance Jio आईआईटी बॉम्बे के सहयोग से विकसित कर रहा है। इसका उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है जैसे ग्राहक सेवा चैटबॉट बनाना, शिक्षा में सहायता करना, सामग्री निर्माण, अनुवाद, और बहुत कुछ।

BharatGPT अभी भी विकास में है, लेकिन इसकी क्षमताएं वास्तव में प्रभावशाली हैं। इससे न केवल भारत में AI का क्षेत्र आगे बढ़ेगा बल्कि भारतीय भाषाओं के प्रयोग को भी बढ़ावा मिलेगा। यह बड़ी मात्रा में डेटा पर प्रशिक्षित है और हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में टेक्स्ट जनरेट करने, सवालों के जवाब देने और आपकी सहायता करने में माहिर होगा।

BharatGPT ChatGPT को कैसे टक्कर देगा ?

BharatGPT और ChatGPT दोनों ही जनरेटिव प्री-ट्रेन्ड ट्रांसफॉर्मर मॉडल हैं, लेकिन उनके बीच कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं। नीचे कुछ विशिष्ट तरीके दिए गए हैं जिनसे BharatGPT, ChatGPT से प्रतिस्पर्धा कर सकता है:

  • भारतीय भाषा समर्थन: भारत में अधिकांश लोग हिंदी जैसी भारतीय भाषाएँ बोलते हैं। भारतजीपीटी इन भाषाओं को समझता है और उनमें संवाद कर सकता है, जिससे यह भारतीय जनता के लिए अधिक सुलभ हो जाता है।
  • भारतीय संस्कृति और मूल्यों को समझना: भारतजीपीटी भारतीय संस्कृति और मूल्यों के बारे में ज्ञान प्राप्त करता है। यह भारतजीपीटी को भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए अधिक प्रासंगिक और आकर्षक बनाने की अनुमति देता है।
  • विभिन्न प्रकार के कार्य करने की क्षमता: भारतजीपीटी को विभिन्न प्रकार के कार्य करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जैसे प्रश्नों का उत्तर देना, पाठ लिखना, कोड तैयार करना, भाषाओं का अनुवाद करना और रचनात्मक सामग्री लिखना।

इन कारणों के आधार पर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि BharatGPT भारतीय बाजार में ChatGPT को चुनौती दे सकता है। हालाँकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ChatGPT भी एक शक्तिशाली चैटबॉट है और अपनी स्थिति बनाए रखने के लिए प्रतिस्पर्धा करेगा।

BharatGPT कैसे काम करता है?

BharatGPT को deep learning तकनीक का उपयोग करके विकसित किया गया है। मॉडल को बड़ी मात्रा में टेक्स्ट और कोड के साथ प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे यह हिंदी और अंग्रेजी दोनों में संचार करने और विभिन्न प्रकार के कार्य करने में सक्षम हो पाए।

BharatGPT में, न्यूरल नेटवर्क को टेक्स्ट और कोड के बड़े संग्रह पर प्रशिक्षित किया जाएगा। इस डेटा में पुस्तकें, लेख, कोडिंग ट्यूटोरियल और अन्य प्रकार के टेक्स्ट और कोड शामिल होगे। एक बार प्रशिक्षित होने के बाद, BharatGPT विभिन्न कार्य कर सकेगा, जैसे:

  • सवालों का जवाब दे
  • टेक्स्ट लिखना
  • कोड जनरेट करें
  • भाषा का अनुवाद करें
  • संक्षेपण करना
  • विभिन्न शैलियों में रचनात्मक रूप से लिखें

BharatGPT कैसे काम करता है, इसे एक उदाहरण से समझा जा सकता है। मान लीजिए आप “भारत की राजधानी क्या है?” BharatGPT से पूछते हैं। इस प्रश्न का उत्तर देने के लिए BharatGPT आपके प्रशिक्षित डेटा का उपयोग करेगा। इस डेटा में भारत की राजधानी समेत भारत की जानकारी शामिल होगी।  BharatGPT इस जानकारी का उपयोग करके “दिल्ली” जवाब देगा।

BharatGPT को किसने बनाया है?

BharatGPT को भारत के अग्रणी टेलीकॉम ऑपरेटर, Reliance Jio और IIT Bombay के सहयोग से विकसित किया जा रहा है। रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने 2023 में इस प्रोजेक्ट की घोषणा की थी.

BharatGPT मुख्य रूप से IIT Bombay में कंप्यूटर विज्ञान विभाग के छात्रों और प्रोफेसरों द्वारा विकसित किया जा रहा है। इस परियोजना का नेतृत्व IIT बॉम्बे में कंप्यूटर विज्ञान विभाग के प्रमुख प्रोफेसर संजय गोयल कर रहे हैं।

BharatGPT को OpenAI द्वारा विकसित एक लोकप्रिय AI चैटबॉट ChatGPT के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ChatGPT एक अंग्रेजी चैटबॉट है, लेकिन BharatGPT हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं को समझता है और संवाद कर सकता है।

Reliance Jio ने BharatGPT के विकास के लिए IIT Bombay को 100 करोड़ रुपये का अनुदान दिया है। इस अनुदान का उपयोग BharatGPT के विकास, परीक्षण और  तैनाती के लिए किया जाएगा। BharatGPT 2024 के अंत में लॉन्च होने वाला है।

ये भी पढ़े:

निष्कर्ष

BharatGPT अभी भी विकास के दौर में है। यह संभावना है कि ChatGPT के पास BharatGPT के खिलाफ अपनी प्रतिस्पर्धात्मकता बनाए रखने के लिए नए क्षमताओं और विशेषताओं को विकसित करने की क्षमता होगी। 

BharatGPT भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इससे भारत को AI में आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी और देश के तकनीकी विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

Leave a Comment